कविता संग्रह "हमिंग बर्ड"

Tuesday, February 9, 2016

लघु प्रेम कथा - 9

दिनेश पारिख के हाथों मे हमिंग बर्ड

कक्षा - 9, सेक्शन - बी, छठी घंटी !

बायोलोजी के क्लास में रेड स्केच से मैथ्स वाली सोच के साथ उलटी खोपड़ी के तरह डेस्क पर उसने दूर सामने बैठी लम्बे बालों वाली गौरवर्ण नकचढ़ी को देखकर अपने और सिरा रखते हुए पुरे प्यार से नम्बर तीन लिखा !

फिर उसने तीन के दोनों सिरे को स्वयं और वो सोच कर प्रेमसिक्त मन में बसाते हुए मिला दिया!!

उफ़ धड़कता हुआ दिल बन चूका था !!
ब्लैक बोर्ड पर भी मैडम हर्ट की एनाटोमी बता रही थी !!

तभी उस लड़की से झटके से बाल लहराया !!

लड़के ने भी प्रत्त्युत्तर में उस डेस्क पर बने दिल में फटाक से एक लम्बा झुका हुआ तीर बना दिया !! दिल को चीरते हुए !!
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प्यार क्यूँ बैगैरत होती है
लड़की ने अपनों से कह कर लड़के को स्कूल से बाहर पिटवा कर आउट ऑफ़ कोर्ट सेटलमेंट करने की कोशिश की !!


आह :-D

1 comment:

  1. हा हा ... हकीकत की दुनिया से वाकिफ कराती कथा ...

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