#लघुप्रेमकथा- 13
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एनएसयूआई द्वारा
कॉलेज में आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप !
पतले दुबले
एनीमिक से विज्ञानं के एक छात्र ने भी जोश जोश में अपना नाम रजिस्टर किया ! आखिर
इतनी सारी कॉलेज की लड़कियों से पीछे कैसे रहे !
धडकते दिल के साथ
लम्बी झुकी हुई कुर्सी पर आँख बंद करके लेटा ही था कि
एक नर्स ने उसके
बायीं बांह में टुर्निकेट (एक पतली प्लास्टिक की रस्सी) बाँधी ताकि नस उभर कर दिख
जाए !
स्पर्श और सुगंध
से चिंहुका - इस्सस !! इतनी खुबसूरत नर्स!! बेचारा उसके एप्रन व मुस्कराहट में ही
खो गया! कहीं नर्स भी लिपिस्टिक लगाती है !!
कमीने हॉस्पिटल
वालों और छात्र संघ वालों ने जानबूझ कर कॉलेज बॉयज का रक्त इकठ्ठा करने हेतु शायद
खुबसुरती का सहारा लिया था !!
उफ़ ! उस सींकिया
पहलवान की नस (वेन) भी नर्स की खुबसुरती में फड़क उठी !!
नर्स ने मोटी सी
सुई चुभो दी !!
"उफ़!
सिस्टर!!"
नहीं नहीं!
सिस्टर कैसे कह सकता हूँ
दर्द को पीते हुए
लड़का बुदबुदाया !
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एक बोतल खून निकल
चुका था बिना किसी दर्द के!!