कविता संग्रह "हमिंग बर्ड"

Friday, November 28, 2014

हमिंग बर्ड की समीक्षा: अभिवृत अक्षांश के शब्दों में

शब्द मात्र व्याकरणिक ज्ञान ही नहीं, भाव भी हैं, और भाव तभी जीवंत होते है जब वो समझ में आते हैं, और समझ में तभी आते है जब वो सरल होते है ...
मुकेश जी का काव्यसंग्रह ' हमिंग बर्ड ' 70 सहज कविताओं का संकलन है ..अलग - अलग विषय पर, अलग अलग परिद्रश्य में , अलग अलग भाव लेकर लिखी गई कवितायेँ ...पर एक बात है जो आपस में सबको बांधती है ..वह है मुकेश जी की रचनाओं की सरलता ....
हमिंग बर्ड की सरलता ही उसकी सार्थकता है ...
मुकेश जी को बहुत बहुत बधाई एवं उज्जवल साहित्यिक जीवन के लिए अग्रिम शुभकामनाएं
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अभिवृत | कर्णावती | गुजरात

फेसबुक पर एक मित्र के बेटे के साथ, हमिंग बर्ड 

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